Friday, May 31, 2019

गोण्डा : आपदा प्रबन्धन सम्बन्धी एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न, ■ आपदा से निपटने के लिए बताई गई बारीकियां,

गोण्डा : आपदा प्रबन्धन सम्बन्धी एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न,

■ आपदा से निपटने के लिए बताई गई बारीकियां,

■ ग्राम आपदा प्रबन्धन समितियों को तत्काल एक्टिव करने के निर्देश,

गोण्डा। जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के तत्वाधान में शुक्रवार को जिला पंचायत हाल में सम्भावित आपदाओं से निपटने के लिए ग्राम विकास अधिकारियों तथा खण्ड शिक्षा अधिकारियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें सम्भावित आपदाओं से त्वरित बचाव के लिए बारीकियंा व तैयारियों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। वहीं आपदा प्रबन्धन प्रशिक्षण में न आने वाले स्वास्थ्य विभाग के छः ब्लाकों करनैलगंज, परसपुर, बेलसर, तरबगंज, नवाबगंज, वजीरगंज के ब्लाक प्रोग्राम मैनेजरों से स्पष्टीकरण तलब किया गया है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने निर्देश दिए कि सभी अधिकारी अभी से सभी जरूरी चीजों को दुरूस्त करा लें तथा जरूरतों का चिन्हांकन करते हुए आपदा के प्रकार के हिसाब से तैयारियां कर लें जिससे आपदाओं के दौरान कम से कम जन-धन की हानि हो अथवा हानि को न्यूनतम किया जा सके। उन्होने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर तत्काल प्रभाव से ग्राम आपदा प्रबन्धन समितियों को सक्रिय कर दिया जाय और वालेन्टियर्स भी रखे जाएं जिससे आने वाली किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने में दिक्कत न हो सम्भावित नुकसान को कम किया जा सके।

उन्होने कहा कि आपदा प्रबन्ध प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य आपदा प्रबन्धन टीम की कार्य क्षमतास में वृद्धि करना है। आपदा के दौरान राहत व बचाव कार्य करने वाले सभी सम्बन्धित विभाग आपस में समन्वय स्थापित करते हुए सभी प्रभाावित होने वाले गांवों में अभी से भ्रमण कर संवेदनशीलता का चिन्हांकन कर लें जिससे आपदा के दौरान कठिनाई न हो और त्वरित गति से राहत कार्य पहुचांए जा सकें।

उन्होने स्पष्ट किया कि राहत कार्य हमारी तैयारी के ऊपर निर्भर है। जितनी अच्छी हमारी तैयारी होगी, उतनी ही जल्द और सही तरीके से हम राहव व बचाव कार्य करा सकते हैं। इसलिए सभी अधिकारी मनोयोग से प्रशिक्षण लें और अपने-अपने गांव जाकर भ्रमण कर लें तथा आपदा के स्तर का चिन्हांकन कर तैयारी कर लें।

जिला आपदा प्रबन्धकव मास्टर ट्रेनर राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि आपदा से निपटने की तीन जिम्मेदारियां हैं पहला आपदा के पहले की तजैयारी, दूसरा आपदा के दौरान क्या करना है और तीसरा आपदा के बाद पुनर्वास कार्य कैसे कराया जाय। उन्होने प्रशिक्षण के दौरान आपदा का मौसमीकरण, आपदा / संवदेनशीलता का आकलन, वैकल्पिक सुरक्षा, सार्वजनिक समपत्तियां जो खतरेे के दायरे में हों।

खोज एवं बचाव दल, प्राथमिक उपचार दल, अस्थाई शरण स्थल, प्रबन्ध, पेयजल एवं स्वच्छता दल, माॅकड्रिल, आसपास के गांवों में समन्वय, ग्राम सुरक्षा योजना, बाढ़ प्रवृत क्षेत्रों की पहचान, बाढ़ का पूर्वानुमान, सूखा, भूकम्प, चक्रवात, सुनामी, आग आदि के बारे में विस्तार से बताया गया। बैठक में अपर जिलाधिकारी रत्नाकर मिश्र, पीडी सेवाराम चौधरी, डीपीआरओ घनश्याम सागर, खण्ड शिक्षा अधिकारी परसपुर, एडीओ पंचायत व ग्राम विकास अधिकारीगण उपस्थित रहे।

सूचना विभाग गोण्डा- 31 मई 2019

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