गोण्डा। परसपुर क्षेत्र के बरौली गांव में रविवार को काव्य पाठ का आयोजन हुआ। जिसमें आये हुए कवियों ने अपनी अपनी मनमोहक रचनाओं से श्रोताओं को ओत प्रोत किया। वक्त रहा है क्षेत्र में शुभारंभ हुए एक शिक्षण संस्थान के उदघाटन का। मौसम रहा है रंग उमंग होली हुड़दंग के त्यौहार के फ़ाग गीतों का। ऐसे दौर में कवियों की काव्य कला ने उपस्थित श्रोताओं मन मोह लिया।
परसपुर क्षेत्र के बरौली गांव के पंवार पुरवा के एक स्कूल के उदघाटन के अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। जिसका शुभारंभ सरस्वती वंदना से जयदीप सिंह सरस् ने किया। मंच की अध्यक्षता कवि हीरा सिंह मधुर, संचालन रविन्द्र नाथ पाण्डेय रवि ने किया।
जय दीप सिंह सरस् ने मतदान के लिये प्रेरित करती रचना पढ़ी - लोक तन्त्र के महापर्व का मिलकर सब सम्मान करें। नींव करें मजबूत आईये शत प्रतिशत मतदान करें। रामलखन यज्ञसैनी ने सुनाया कि मान अहिंसा के बल पर आजादी हाथ नहीं आयी। फाँसी फन्दों को चूम चूमबेटों ने भरी जवानी दी। डॉ सन्त शरण त्रिपाठी सन्त ने पढ़ा कि मकड़जाल में स्वयं मकर को, हमने फंसते देखा है। फांक पंजीरी मजे उड़ाते, गधे को हँसते देखा है। कृष्ण कुमार सिंह दीप ने पढ़ा कि दुष्ट मदारी धर्म जात का डमरू तभी बजाता है। भारत माँ की छाती का हर घाव हरा हो जाता है। कासिम गोंडवी ने सुनाया कि सड़क पर मौत बांटी जा रही है, भरोसा कुछ नही है जिंदगी का। कवि अज्म गोंडवी ने पढ़ा कि वो जब आईने में सँवारेगे जुल्फे तो आईना खूब सूरत हो जाएगा। इस अवसर पर काफी संख्या में क्षेत्रीय श्रोता गण मौजूद रहे है। जिसके समापन पर प्रबंधक सुनील श्रीवास्तव ने उपस्थित श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।
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