गोण्डा। धानेपुर कस्बा के काली मंदिर परिसर में आयोजित श्रीराम कथा के तीसरे दिन भगवान श्रीरामजन्म के अवसर पर कथा व्यास सुश्री इन्दुपमा शास्त्री ने काफी संख्या में उपस्थित महिला श्रोताओं का आवाहन करते हुए कहा कि धरती कहती हैं कि जनसंख्या के भार से नहीं, पेड़ पहाड़ों से नहीं, अगर व्याकुल होती हूँ, तो केवल अत्याचार से होती हूँ। और जब जब धरती पर अत्याचार बढ़ता है। तब-तब भगवान अवतार लेते हैं।
उन्होंने कहा कि शास्त्रो में पुरुषों के लिए गया है कि गुरु करना अनिवार्य है लेकिन महिलाओं के लिए ऐसी अनिवार्यता कभी नहीं की गई महिलाओं ने स्वयं ही विशेष परिस्थिति अपने परिवार का ही नहीं तो समाज का भी मार्गदर्शन किया है और करती रहेंगी। बस जरूरत है संकल्प शक्ति की? उन्होंने आह्वान किया कि यदि मनुष्य में दृढ़ इच्छाशक्ति पैदा हो जाए, तो इस दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है। पांच वर्ष के भक्त प्रहलाद ने न केवल भगवान को ही अपितु भगवान से वात्सल्य प्रेम भी प्राप्त किया।
इस अवसर पर मणिकांत कौशल, प्रेम कुमारी ,सुनीता गुप्ता, शीला कौशल, संगीता त्रिपाठी, रीमा गुप्ता, रश्मि गुप्ता, कमलापति गुप्ता, श्यामसुंदर कसौधन,हजारीलाल मोदनवाल, ओम प्रकाश, राकेश कौशल, अजय जायसवाल, शांत प्रकाश कौशल समेत क्षेत्र के काफी संख्या में श्रोता शामिल रहे।
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