गोण्डा। जिले के एक साधारण किसान परिवार से आने वाले पदुम नाथ मिश्रा ने एलएलबी प्रथम वर्ष की परीक्षा परिणाम में शीर्ष स्थान हासिल कर एक मिसाल कायम की है। रविवार को घोषित एलएलबी प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणाम में पदुम नाथ मिश्रा ने 83.8 प्रतिशत अंक हासिल किया। यह जानकारी बहराइच कॉलेज के शिक्षक एके कनौजिया ने दी है।
बताया जा रहा है कि गोण्डा जिले के रामापुर कस्बे में पदुमनाथ मिश्रा के माता पिता जनरल स्टोर की एक छोटी से दुकान करके परिवार का भरण पोषण करते हैं। छोटी आमदनी के बावजूद अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के उनके जज्बे को उनके बेटे ने सबसे माकूल तरीके से सलाम किया है।
पदुम नाथ मिश्रा ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति के मद्देनजर उनका ट्यूशन पढ़ना मुमकिन नहीं था। लेकिन उन्होंने अपने स्कूल के अध्यापकों की मदद से मन लगाकर पढ़ाई की। जिसका इतना सुखद परिणाम पाकर वह बेहद खुश हैं। वह दिन में स्कूल के अलावा छह- सात घंटे घर पर पढ़ाई करते थे। भविष्य में न्यायाधीश बनने की ख्वाहिश रखने वाले पदुम नाथ ने इस बार परीक्षा में बेहद सख्ती किये जाने को अच्छा बताते हुए कहा कि दो साल पहले इंटरमीडिएट में कड़ी मेहनत करने के बावजूद उन्हें अपेक्षित अंक नहीं मिले थे।
इस बार परीक्षा का माहौल बहुत अच्छा था। और इस बार उन्होंने जितनी मेहनत की। परिणाम भी उसी के मुताबिक आया। पदुम नाथ के पिता विशंभर मिश्रा ने बताया कि बच्चों को प्राथमिक स्तर पर अच्छी शिक्षा दिलाने के लिये ही वह करनैलगंज परसपुर में रहे हैं। बाद में वह रामापुर कस्बे में रहकर परिवार पालने के लिये वह जनरल स्टोर की छोटी सी दुकान करते हैं।
उन्होंने कहा कि भले ही एलएलबी की शिक्षा बहुत महंगी है। लेकिन वह किसी भी तरह पदुम नाथ मिश्रा के न्यायाधीश बनने के सपने को पूरा करेंगे। बहरहाल, पदुम नाथ के पिता के साथ-साथ उनकी मां विमला मिश्रा, मौसी पुनीता मिश्रा भी बेटे की सफलता पर बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि उनका बेटा हमेशा से बहुत मेहनती रहा है। और उन्हें उम्मीद है कि वह कामयाबी की और बुलंदियां भी छुएगा।
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