गोण्डा। परसपुर क्षेत्र के पसका स्थित त्रिमुहानी तट पर होने वाला पौष पूर्णिमा को सरयू संगम स्नान पर्व 21 जनवरी को है। जिसको लेकर बीते दिनों जिलाधिकारी ने पहुँचकर मेला क्षेत्र का भ्रमण कर तैयारियों का जायजा लिया था। पुलिस प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक इंतजाम करने के दावे किया है। मेला क्षेत्र में गैर जनपदों से पहुँचकर झूला सर्कस मौत कुंआ मनोरंजन के साधन समेत अन्य दुकानें सजने लगी हैं। त्रिमुहानी सरयू संगम स्नान तट पर मोहमाया त्याग कर जप तप में लीन साधु संतों व कल्पवासियों के कुटियों में सन्त भंडारा व भजन कीर्तन से सम्पूर्ण सूकरखेत भक्तिमय बना हुआ है। जिसकी तैयारियां जोरों पर है।
उत्तर भारत का प्रसिद्व, गोण्डा का गौरव, धार्मिक व ऐतिहासिक पौराणिकता को संजोए सूकरखेत गाथा का वेद पुराणों में अद्वितीय वर्णन है। पसका सूकरखेत के इस पावन सरयू संगम त्रिमुहानी तट पर पौष माह के कल्पवास को लेकर गृहस्थ कल्पवासी साधु संतों का डेरा है। जहां नित्य प्रति भोजन भजन व सत्संग प्रवचन के भक्तिभाव से सम्पूर्ण सूकरखेत लघु प्रयाग बना हुआ है।
इस बारे में सनातन धर्म परिषद के डॉक्टर स्वामी भगवदाचार्य ने बताया कि तुलसी जन्मभूमि न्यास एवं सनातन धर्म परिषद के तत्वावधान में तीन दिवसीय 36 वां रामायण मेला एवं सूकरखेत महोत्सव का आयोजन 19 जनवरी से प्रारंभ होकर 21 जनवरी तक होगा। इस अवसर पर श्रीराम चरित मानस पाठ, सीताराम नाम संकीर्तन एवं भजन सत्संग का कार्यक्रम होगा। जिसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये हुए सन्त महात्मा, विद्वत जन, कवि साहित्यकार पहुँचकर रामायण व सूकरखेत महात्म्य के प्रसंगों पर प्रकाश डालेंगे। उन्होंने बताया कि 19 जनवरी को सायंकाल चार बजे से सरयू संगम की महाआरती के साथ सूकरखेत महोत्सव शुभारंभ होकर 21 जनवरी को पौष पूर्णिमा का मुख्य स्नान होगा।
भीषण ठंडक के बावजूद, खुशगवार मौसम, हल्की धूप, बह रही, मन्द मन्द, पवन पुरवईया में, सरयू घाघरा के त्रिमुहानी तट पर श्रद्धालुओं का सैलाब है। कल्पवासियों के हर हर गंगे, जय सरयू मैया, जय वाराह भगवान के, गगनभेदी जयकारों से गुंजायमान, सूकरखेत की छटा निराली है।
पौष पूर्णिमा स्नान और भगवान विष्णु का अवतार स्थल, वाराह क्षेत्र का पौराणिक महत्व है। श्रीराम चरित मानस के रचनाकार, महाकवि तुलसीदास की जन्म स्थली, तथा तुलसी के गुरु, नरहरि का आश्रम होने से, सूकरखेत का महात्म्य, शास्त्र पुराणों में वर्णित है। सूकरखेत महोत्सव में प्रदेश के विभिन्न जगहों से आए प्रदर्शनी, स्टाल व थियेटर मेले का मुख्य आकर्षण रहता है। काला जादू, सर्कस, पपेट शो, वैरायटी शो, बेबी शो, झूला, ट्वाय ड्रेगन ट्रेन, बच्चों का झूला, मौत कुंवा जैसे थियेटरों में पुरुष महिला समेत युवाओं की काफी भीड़ उमड़ने लगी है।
मेला शुरू होने से पहले यहां सरयू नदी के संगम तट त्रिमुहानी घाट पर काफी संख्या में नागा, साधु-संतों व गृहस्थों ने फूस की कुटिया डालकर कल्पवास, तपस्या में लीन है। अपना नाता परब्रह्म परमात्मा से जोड़ते हुए पूजा पाठ जप तप एवं भंडारे का आयोजन हो रहा है। यहां पर गोण्डा, कर्नलगंज, फैजाबाद, बहराइच, बाराबंकी जिले के श्रद्धालु पहुंचकर सरयू में डुबकी लगाकर अपने को धन्य मानते हैं। मेले में हर तरह की दुकाने, खान-पान सहित घरेलू समान लोग खरीददारी करते हैं। हैं। अलग-अलग स्थानों पर लोग भजन व कीर्तन कर रहे हैं। रामायण पाठ के साथ भंडारे का आयोजन भी शुरू है।
इस बार 19 जनवरी से सरयू मैया की महा आरती के साथ सूकरखेत महोत्सव एवं 36 वां रामायण मेला प्रारंभ होगा। यह जानकारी सनातन धर्म परिषद के डॉ स्वामी भगवदाचार्य ने दी है। उन्होंने बताया कि 20 जनवरी को साधु संत सन्यासी गृहस्थ सूकरखेत परिक्रमा करेंगे। रविवार को प्रातः सात बजे से पंच कोसी सूकरखेत परिक्रमा सरयू घाघरा संगम पसका त्रिमुहानी तट से प्रारम्भ होकर वाराह भगवान मन्दिर, गुरु नरहरि आश्रम और तुलसी जन्मभूमि राजापुर एवं वाराही देवी की परिक्रमा होगी।
पसका सूकरखेत मेला में व्यापक सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था के लिये अस्थायी मेला कोतवाली, नया मेला में अस्थायी पुलिस चौकी, त्रिमुहानी स्नान तट पर पुलिस बूथ बनाया गया है। पसका चौकी प्रभारी जय प्रकाश सिंह को मेला इंचार्ज तथा एसआई उमेश कुमार सिंह किये गए हैं। यह जानकारी देते हुए परसपुर थानाध्यक्ष बीएन सिंह ने बताया कि पुलिस अधीक्षक से अतिरिक्त पुलिस फोर्स की मांग की गई। जिसमें 14 से 26 जनवरी तक 15 उपनिरीक्षक, 10 मुख्य आरक्षी, 20 आरक्षी, 20 महिला आरक्षी, 20 होमगार्ड, एक प्लाटून पीएसी, एक फायर टेंडर की मुस्तैदी की गई है। मेला क्षेत्र के प्रवेश द्वार पर पुलिस बैरियर लगाकर श्रद्धालुओं का यातायात सुगम कराएगी। चोर उच्चकों व अराजक तत्वों पर पैनी नजर के साथ स्नान तट, वाराह मंदिर वाराह छत्र, नया मेला समेत अन्य जगहों पर पुलिस फोर्स मुस्तैद रहेगी।
परसपुर सीएचसी अधीक्षक डॉ सन्त प्रताप वर्मा ने बताया कि पसका सूकरखेत मेला में स्वास्थ्य विभाग टीम मुस्तैद रहेगी। 20 जनवरी से 23 जनवरी तक मेला क्षेत्र में अनवरत स्वास्थ्य विभाग की टीम चिकित्सा सेवा सुविधा के लिये मुस्तैद की गई है।
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