गोण्डा। परसपुर बेलसर मार्ग के खमरौनी स्थित ज्वाला माई मंदिर में आयोजित 19 वां श्री शतचण्डी महायज्ञ की तैयारियां जोरों पर है। जिसके उदघाटन के दौरान स्वामी राम सेवक दास उर्फ त्यागी बापू ने कहा कि मानव जीवन उद्धार के लिये भक्ति सबसे सरल व सहज मार्ग है। साधक भगवान को अपना समर्पण कर मुक्त भाव से प्रभु की भक्ति में लीन हो जाता है। राम नाम के संकीर्तन भजन से जन्म जन्मांतर के संचित पाप नष्ट हो जाते हैं। यहाँ इस बार गणतंत्र दिवस को प्रारंभ हो रहे इस पारम्परिक यज्ञ अनुष्ठान के पूर्व माह भर श्री राम नाम संकीर्तन हो रहा है। महायज्ञ के व्यवस्थापक सत्य प्रकाश उपाध्याय ने बताया कि त्यागी बापू के सरंक्षण में 26 जनवरी से आयोजित होने वाले दस दिवसीय श्री शतचण्डी महायज्ञ की समस्त तैयारियां पूरी की जा रही है।
इस नौ कुंडीय श्री शतचण्डी महायज्ञ में अयोध्या व प्रयाग के ग्यारह यज्ञाचार्य के निर्देशन में लाखों श्रद्धालु यज्ञ आहुति में शामिल होंगे। सह सरंक्षक सिपाही शरण तिवारी ने बताया कि शतचण्डी महायग में सूरत के व्यवसायी धर्मेन्द्र आनन्द पंजाबी के साथ दर्जनों व्यापारी पूर्णाहुति के प्रमुख यजमान होंगे। यज्ञस्थल खमरौनी से रगडगँज बाजार, अट्ठैसा, माँ वाराही धाम, पसका सूकरखेत के सरयू संगम का जल लेकर परसपुर बाजार, देहरास, मोहना, होकर पुनः वापसी खमरौनी यज्ञस्थल पहुंचेगी। 25 जनवरी से श्रीरामलीला रासलीला कार्यक्रम प्रारंभ होगा। प्रतिदिन 25 जनवरी से चार फरवरी तक नित्य प्रति हवन पूजन यज्ञ अनुष्ठान एवं सत्संग प्रवचन के साथ यज्ञ की पुर्णाहुति एवं भण्डारा चार फ़रवरी को होगा।
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