(राजन कुशवाहा/ प्रदीप पाण्डेय)
गोण्डा। परसपुर क्षेत्र के ग्राम राजापुर स्थित तुलसी जन्मस्थली के पर्यटन दृष्टिगत विकास एवं विश्वविद्यालय स्थापना की मांग को लेकर मुहिम तेज हो गयी है। रविवार को पूर्व प्राचार्य डॉ सूर्यपाल सिंह की अध्यक्षता में बुद्धिजीवियों की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें इसकी रणनीति पर चर्चा की गई। बैठक में सर्व सम्मति से तय किया गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से समय लेकर एक शिष्ट मण्डल उनसे भेंट करके इस सम्बंध में अपना प्रतिवेदन दे। साथ ही प्रदेश के अन्य मण्डलों की भांति देवीपाटन मण्डल में भी एक विश्वविद्यालय स्थापित किया जाय।
तुलसी जन्मभूमि न्यास राजापुर के अध्यक्ष डॉ स्वामी भगवदाचार्य ने बताया कि श्रीराम चरित मानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास के नाम पर उनकी जन्म भूमि पर एक विश्वविद्यालय खोले जाने की मांग शुरू हो गई है।
सनातन धर्म परिषद के अध्यक्ष डॉ स्वामी भगवदाचार्य ने बताया कि जिले के परसपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सूकरखेत के निकट राजापुर में गोस्वामी तुलसीदास का जन्म हुआ था। यहां पर उनके पिता आत्मा राम के नाम से दर्जनों एकड़ जमीन राजस्व अभिलेखों में दर्ज है। उन्होंने कहा कि इस भूमि के कुछ अंश पर पुलिस चौकी स्थापित किए जाने का प्रस्ताव किया गया था। जो पुलिस मुख्यालय से होते हुए शासन में पहुँच गया है। जल्द ही इस पर निर्णय होने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि अवशेष जमीन पर विश्व प्रसिद्ध गोस्वामी तुलसीदास के नाम से एक विश्वविद्यालय स्थापित किए जाने की वर्षों पुरानी उनकी मांग को अब बुद्धिजीवियों का भी समर्थन मिलना शुरू हो गया है। रविवार को पूर्व प्राचार्य डॉ सूर्यपाल सिंह की अध्यक्षता में बुद्धिजीवियों की एक बैठक आयोजित की गई।
बैठक में पूर्व प्राचार्य डॉ छोटे लाल दीक्षित, डॉ पुष्कर मिश्र, एसपी मिश्र, मारुति नन्दन द्विवेदी, हंस राज वर्मा, यज्ञराम मिश्र यज्ञेश, शिवकांत मिश्र विद्रोही, कृष्ण लाल चौबे, जानकी शरण द्विवेदी, राज कुमार सोनी आदि उपस्थित रहे।
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