◆ जिले में इस त्यौहार को श्रापित व अभद्र शब्द सुनने के लिये करते हैं लोग ऐसे दुष्टता काम,
गोण्डा।(राजन कुशवाहा)। परसपुर कस्बे में प्रबोधिनी एकादशी सोमवार की सुबह से ही जगह जगह गन्ने की कई दुकानें सज गयीं। जिसे खरीददारी को पुरुष महिलाओं की काफी भीड़ रही है। काफी ऊंचा व लम्बा पत्तीदार हरे भरे गन्ने की खरीद फरोख्त को लेकर बाजार में चहल पहल रहा है। सूरज ढलते ही गांव को बच्चों ने बाग बगीचों व खेत खलिहानों में पहुंचकर हड़ा हड़वाई खेल का लुत्फ लिया। बुजुर्ग ग्रामीणों का कहना है कि यह त्यौहार दीठवन की परम्परा काफी वर्षों से है। हर वर्ष इसे कार्तिक माह के शुक्ल एकादशी को मनाया जाने वाला डीठवन का यह पर्व हर घरों में बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है। और अवध क्षेत्र के परिधि में गोण्डा समेत सम्पूर्ण देवीपाटन मण्डल के डीठवन पर्व की परम्परा का एक अलग व अनोखा अंदाज है। कहने सुनने में तो यह अटपटा जरूर लगे, किंतु यह पर्व गोण्डा वासियों में एक मिसाल कायम करता है।
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