Saturday, October 21, 2017

गोण्डा- "जिस शहर में मुंतजिम, अँधे हों जल्वागाह के ... 22 अक्टूबर अदम गोंडवी जयंती पर विशेष,

गोण्डा।(राजन कुशवाहा) "जिस शहर में मुंतजिम, अँधे हों जल्वागाह के। उस शहर में रोशनी की बात बेबुनियाद है। "कोठियों से मुल्क के मेयर को मत आंकिये, असल हिंदुस्तान तो फुटपाथ पर आबाद है।" देश समाज के साथ साथ अदम की शायरी का राजनीति से गहरा वास्ता रहा है। रोजमर्रा की घटनाएं, राजनीति या आमआदमी के सरोकार व सरकार के क्रिया कलापों के बेफिक्र कलमकार, मुशायरों कवि सम्मेलनों में शिरकत के नाते शायरी जगत में अदम गोंडवी का नाम रौशन हुआ। साहित्यिक सामाजिक व राजनीतिक समेत विभिन्न क्षेत्रों में बना अलग एक पहचान अदम गोंडवी का जन्म 22 अक्टूबर 1947 को हुआ।

जनपद गोण्डा के ब्लॉक परसपुर के ग्राम आटा पूरे गजराज गांव के देवकली सिंह के परिवार में जन्मे अदम गोंडवी का वास्तविक नाम राम नाथ सिंह खेती किसानी से जुड़े साधारण परिवार के रहे हैं। पिता देवकली सिंह व माता का नाम मांडवी सिंह रहा है। बचपन से ही सामाजिक व जनहित की भावनाओं का उन्माद, सामंती ताकतों के खिलाफ आवाज उठाने वाले अदम गोंडवी प्राइमरी तक कि तालीम हासिल कर सके। जिस शख्स ने समाज मे गरीबी, लाचारी, शोषित समाज की पीड़ा को अपने शायरी की लफ्जो में बखूबी से उकेरा। देश समाज के हालात पर बखूबी नजर रखने वाले प्रबुद्ध शायर अदम गोंडवी ने सैकड़ो गजलें व शायरी की पुस्तकें लिखी। जिनकी रचनाएं "धरती की सतह पर, "समय से मुठभेड़ व गर्म रोटी की महक नामक पुस्तकें प्रकाशित हुई।

और 18 दिसम्बर 2011 की सुबह संजय गांधी अस्पताल लखनऊ में  उपचार के दौरान अंतिम सांस ली। परिवार में पत्नी कमला देवी, एक बेटा आलोक सिंह, छोटे भाई केदार सिंह, भतीजा अजय सिंह, दिलीप सिंह समेत सगे सम्बन्धियों को छोड़ अदम जी चिर निद्रा में लीन हो गए। तत्कालीन जिलाधिकारी राम बहादुर ने उनके उपचार के दौरान आर्थिक मदद किया। क्षेत्र के कई गणमान्य जनप्रतिनिधि, मंत्री, विधायक, सांसद समेत तमाम लोगों ने उपचार व निधनोपरांत आर्थिक इमदाद किया।

अदम गोंडवी जयंती के उपलक्ष्य में होंगे यह विविध कार्यक्रम-
परसपुर विकास मंच के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने बताया कि अदम गोंडवी सांस्कृतिक व साहित्यिक विकास परिषद व परसपुर विकास मंच के संयुक्त तत्वावधान में रविवार की सुबह जनकवि अदम गोंडवी के पैतृक गांव में उनके समाधि स्थल पर जयंती कार्यक्रम होंगे। यह जानकारी परसपुर विकास मंच के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने दी है।

अनुभूति ट्रस्ट के तत्वावधान में अदम गोंडवी जयंती पर आयोजित कवि सम्मेलन व मुशायरा-
जनकवि अदम गोंडवी" की जयंती के उपलक्ष्य में जिला मुख्यालय के टाउन हॉल सभागार में अनुभूति ट्रस्ट के तत्वावधान में "साहित्यिक संतो की स्मृति को नमन्" कार्यक्रम 22 अक्टूबर रविवार दिन में दस बजे से आयोजित होगा। यह जानकारी अनुभूति ट्रस्ट के अध्यक्ष अवधेश सिंह ने दी है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अदम जी के लिए बहुत कुछ करने वाले तत्कालीन जिलाधिकारी श्री रामबहादुर जी होंगे। जिलाधिकारी गोंडा, पुलिस अधीक्षक गोंडा व् अपर जिलाधिकारी श्री रत्नाकर मिश्रा की विशेष उपस्थिति कार्यक्रम की गरिमा को चार चाँद लगाएगी। कार्यक्रम में प्रबुद्ध जनो द्वारा संतो पर ब्याख्यान होगा। और साहित्यिक संतो के स्मृति सम्मान भी अतिथियों द्वारा प्रतिभाओ को प्रदान किया जायेगा। श्री सिंह ने बताया कि इस अवसर पर कवि सम्मलेन- मुशायरा समेत स्वसंपादित पुस्तक "सहज अनुभूति" का विमोचन भी होगा। जिसमे प्रदेश के विभिन्न जिलों समेत जनपदीय कवि शायरो की भागीदारी होगी।

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