गोण्डा : मेहनौन देवी मंदिर पर नवरात्रि में उमड़े श्रद्धालु, मेला परिसर समस्याओ की भरमार,
◆ नवरात्र में हर दिन यहाँ होती है हजारो की भीड़,
गोण्डा (प्रदीप पाण्डेय)। इटियाथोक ब्लाक के प्रसिद्ध मेहनौन देवी मंदिर पर नवरात्र के प्रथम दिन से ही दूर-दूर से तमाम श्रद्धालु आने लगे है। शनिवार 6 अप्रैल से चैत्र नवरात्र आरम्भ हो गया है। मंदिर पर इस साल अनेक प्रकार के अव्यवस्थाओ की भरमार है। ऐसे में यहाँ आने वाले देवी भक्तो को भारी दिक्कते पेश आ रही है।
बिकासखंड इटियाथोक क्षेत्र का प्राचीन मेहनौन देवी मंदिर हजारों श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र है। यहां नवरात्र भर श्रद्धालुओं का तांता लगता है जो मां के दरबार में माथा टेककर मनौतियां पूरी करते हैं। ब्लाक की ग्राम पंचायत मेहनौन में स्थित यह देवीस्थान सदियों से श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र रहा है। असत्य पर सत्य की विजय का गवाह यह एक ऐतिहासिक स्थान है जहां प्रत्येक नवरात्र सहित सप्ताह के सोमवार और शुक्रवार को भक्तो की भारी भीड़ होती है। इस दौरान यहाँ अनेक प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान होते रहते है।
कहा जाता है की यहां सच्चे मन से पूजा अर्चना करने वालो की सर्वमनोकामना अवश्य ही पूर्ण होती है। यहाँ पर नवरात्र में हजारो श्रद्धालु दूर दूर से आकर माथा टेकते हैं। अपनी मनौतियां पूर्ण होने पर लोग सत्यनरायन कथा, मुंडन, श्रीमद्भागवत पाठ, हवन आदि भी यहाँ कराते हैं।
◆ श्रद्धालुओं को यहाँ पर अनेक परेशानियां-
शनिवार से चैत्र नवरात्र आरम्भ हो गया है। मेहनौन देवी मंदिर पर दूर दूर से तमाम श्रद्धालु आने लगे है। मंदिर पर इस साल अनेक प्रकार के अव्यवस्थाओ की भरमार है। ऐसे में यहाँ आने वाले देवी भक्तो को भारी दिक्कते पेश आ रही है। यहाँ पर भक्तो के सुबिधा को देखकर सार्वजनिक शौचालयो और स्नान घर का निर्माण हुवा था जो पूरी तरह से ध्वस्त है। यह किसी भी दशा में उपयोग के लायक नही है।
मंदिर परिसर में तीन अदद इंडिया मार्का हैण्डपम्प लगे है। इसमें से दो अदद खराब है, जबकि एक ठीक है। ठीक हैण्ड पम्प के जल निकासी की कोई व्यवस्था नही है। इसका गन्दा पानी मंदिर परिसर में जमा रहता है और आस पास कीचड़ व्याप्त रहता है।
मंदिर परिसर में लगी विशाल हाईमास्ट लाइट भी खराब है जो हाथी की दिखावटी दांत साबित हो रही है। अव्यवस्थाओ के चलते यहाँ आने वाले श्रधालुओ को अनेक प्रकार की परेशानियां होती है, फिर भी आस्था से लोग आकर दर्शन पूजन करते है। मंदिर स्थल तक पहुंचने के लिए दुपहिया के अलावा अन्य साधन का अभाव है। प्राइवेट जीप आदि कुछ दूर पहले ईश्वरनन्दकुटी तक आती है। जो यात्रियों को भूसे की तरह भरती है। और मनमाना किराया भी वसूलती है।
मंदिर के बगल सरयू नहर शाखा मौजूद है जिसमे पानी होने पर आवागमन बाधित होता है। नहर के ऊपर से मंदिर को जाने हेतु अस्थाई पुल का निर्माण ग्रामीणों ने पाइप लगाकर किया है। नहर में अधिक पानी होने पर मार्ग के ऊपर तक जलभराव हो जाता है। यहाँ पर स्थाई पुल के निर्माण की मांग है जो अबतक नही पूरी हुई। अराजक तत्वों से चोरी, छिनैती सहित अन्य खतरा मंदिर परिसर में व्याप्त रहता है। मेले के दौरान धानेपुर पुलिस की टीम तैनात रहती है जो इसपर पूर्ण रूप से अंकुश नही लगा पा रही है।
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