गोण्डा। जिले में कुपोषण को रोकने के लिए सुपोषण अभियान चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य मेले की हकीकत देखने के लिए डीएम कैप्टेन प्रभान्शु श्रीवास्तव व सीडीओ अशोक कुमार ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोरहंसा विकासखण्ड झंझरी में पहुंचकर औचक निरीक्षण किया तथा महिलाओं से जानकारी ली।
बताते चलें कि प्रदेश सरकार के निर्देेशन में हर माह सुपोषण स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया कि शासन के निर्देशन में जिला अस्पताल, सीएससी केंद्रों व उपकेंद्रों पर सुपोषण स्वास्थ्य मेला मनाया जा रहा है। कुपोषण की रोकथाम करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित सुपोषण स्वास्थ्य मेला जिले के सभी उपकेन्द्रों पर आरंभ किया गया है जिससे कुपोषित हुए बच्चे, गर्भवती महिला, किशोरियों को कुपोषण से मुक्त किया जा सके। यह सुपोषण मेला प्रत्येक माह के प्रथम बुधवार को मनाया जायेगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप पाण्डेय ने बताया कि इस मेले में स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास परियोजना विभाग, पंचायती विभाग के साथ मिलकर बच्चों, गर्भवती महिला व किशोरियों में कुपोषण को दूर किया जाएगा। इसके साथ ही अभियान में शून्य से छह वर्ष तक के बच्चों में कुपोषण, बौनापन एवं एनीमिया में सुधार लाना है। साथ ही 15 से 49 वर्ष की सभी किशोरियों एवं महिलाएं जो खून की कमी से ग्रसित उनकी संख्या में प्रतिवर्ष 2.3 प्रतिशत कमी लाना हैं। इस मेले में सभी उपकेन्द्रों पर तीन तरह के काउंटर लगाए जाएंगे।
जिसमें पहला काउंटर स्वास्थ्य संबंधी, दूसरा काउंटर पोषण संबंधी तथा तीसरा काउंटर परामर्श संबंधी होगा। स्वास्थ्य संबंधी पहले काउंटर पर एएनएम और आशा रहेगी, जो सभी गर्भवती महिलाओं की जांच में हीमोग्लोबिन, पेशाब, ब्लडप्रेशर, वजन और पेट की जांच व टीकाकरण करेगी तथा उन्हें आवश्यक दवाओं का वितरण करेगी। दूसरे काउंटर में पोषण संबंधी जिस पर आंगनबाड़ी और सहायिका कार्यकत्री होंगी। जो बच्चों का वजन करेंगी और लाभार्थियों को पोषाहार का वितरण करेंगी।
तीसरा काउंटर परामर्श संबंधी होगा। जिस पर अन्य आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रहेगी जो गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं, किशोरियों व बच्चों के माता-पिता को अन्य स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के साथ-साथ कुपोषण को दूर करने का बारे में जानकारी देंगी। निरीक्षण के दौरान डीपीओ दिलीप पाण्डेय सहित स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।
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