गोण्डा।(राजन कुशवाहा)। “जिस शहर में मुंतजिम, अँधे हों जल्वागाह के। उस शहर में रोशनी की बात बेबुनियाद है। “कोठियों से मुल्क के मेयर को मत आंकिये, असल हिंदुस्तान तो फुटपाथ पर आबाद है।” देश समाज के साथ साथ अदम की शायरी का राजनीति से गहरा वास्ता रहा है। रोजमर्रा की घटनाएं, राजनीति या आमआदमी के सरोकार व सरकार के क्रिया कलापों के बेफिक्र कलमकार, मुशायरों कवि सम्मेलनों में शिरकत के नाते शायरी जगत में अदम गोंडवी का नाम रौशन हुआ। साहित्यिक सामाजिक व राजनीतिक समेत विभिन्न क्षेत्रों में बना अलग एक पहचान अदम गोंडवी का जन्म 22 अक्टूबर 1947 को हुआ।
गोण्डा जिले के ब्लॉक परसपुर के ग्राम आटा पूरे गजराज गांव के देवकली सिंह के परिवार में जन्मे अदम गोंडवी का वास्तविक नाम राम नाथ सिंह खेती किसानी से जुड़े साधारण परिवार के रहे हैं। पिता देवकली सिंह व माता का नाम मांडवी सिंह रहा है। बचपन से ही सामाजिक व जनहित की भावनाओं का उन्माद, सामंती ताकतों के खिलाफ आवाज उठाने वाले अदम गोंडवी प्राइमरी तक कि तालीम हासिल कर सके। जिस शख्स ने समाज मे गरीबी, लाचारी, शोषित समाज की पीड़ा को अपने शायरी की लफ्जो में बखूबी से उकेरा। देश समाज के हालात पर बखूबी नजर रखने वाले प्रबुद्ध शायर अदम गोंडवी ने सैकड़ो गजलें व शायरी की पुस्तकें लिखी। जिनकी रचनाएं “धरती की सतह पर, “समय से मुठभेड़ व गर्म रोटी की महक नामक पुस्तकें प्रकाशित हुई।
और 18 दिसम्बर 2011 की सुबह संजय गांधी अस्पताल लखनऊ में उपचार के दौरान अंतिम सांस ली। परिवार में पत्नी कमला देवी, एक बेटा आलोक सिंह, छोटे भाई केदार सिंह, भतीजा अजय सिंह, दिलीप सिंह समेत सगे सम्बन्धियों को छोड़ अदम जी चिर निद्रा में लीन हो गए। तत्कालीन जिलाधिकारी राम बहादुर ने उनके उपचार के दौरान आर्थिक मदद किया। क्षेत्र के कई गणमान्य जनप्रतिनिधि, मंत्री, विधायक, सांसद समेत तमाम लोगों ने उपचार व निधनोपरांत आर्थिक इमदाद किया।
■ अदम गोंडवी स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में होंगे यह विविध कार्यक्रम-
अदम गोंडवी के भतीजे दिलीप गोंडवी ने बताया कि 18 दिसम्बर को सातवीं पुण्यतिथि के अवसर पर अदम गोंडवी के पैतृक निवास पूरे गजराज में स्थित अदम की समाधि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम होगा। जिसमें उनके परिजन ईष्ट समेत क्षेत्रीय सम्भ्रांत जन पुष्पांजलि अर्पित कर याद करेंगे।
■ जनकवि अदम गोंडवी स्मृति में आयोजित कवि सम्मेलन व मुशायरा-
जनवादी कवि अदम गोंडवी” की सातवीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में परसपुर कस्बे के महाकवि तुलसीदास महाविद्यालय परिसर में अदम गोंडवी सांस्कृतिक व साहित्यिक परिषद के तत्वावधान में विशाल कवि सम्मेलन व मुशायरा कार्यक्रम 18 दिसम्बर मंगलवार शाम सात बजे से आयोजित होगा। यह जानकारी कार्यक्रम के संयोजक विपिन सिंह पिंकू ने दी है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में जिलाधिकारी कैप्टन प्रभांशु श्रीवास्तव पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह मुख्य अतिथि की विशेष उपस्थिति कार्यक्रम की गरिमा को चार चाँद लगाएगी। कार्यक्रम में प्रबुद्ध जनो द्वारा संतो पर ब्याख्यान होगा। और साहित्यिक संतो के स्मृति सम्मान भी अतिथियों द्वारा प्रतिभाओ को प्रदान किया जायेगा।
■ 18 दिसम्बर को एक शाम अदम गोंडवी के नाम :-
अदम गोंडवी साहित्यिक एवं सांस्कृतिक परिषद परसपुर की ओर से कार्यक्रम संयोजक विपिन कुमार सिंह पिंकू ने बताया कि 18 दिसम्बर मंगलवार की शाम आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये वासुदेव सिंह, पवन शुक्ल, तेजप्रताप सिंह, डॉ एके सिंह, शिक्षक राजेश सिंह राजू, चन्द्र प्रताप सिंह सीपी, अजय प्रताप सिंह आदि को जिम्मेदारी सौंपी गयी है।
कवि सम्मेलन व मुशायरे के लिए नामचीन कवि व शायर विष्णु सक्सेना दिल्ली, कविता तिवारी लखनऊ, मंजर भोपाली, गौरव चौहान इटावा, मुमताज नसीन, हरिनाथ सिंह हरीश, अशोक सुंदरानी, जमुना प्रसाद उपाध्याय, फैजाबाद, शंतशरण त्रिपाठी, सुरेन्द्र बहादुर सिंह झंझट, सुरेश मोकलपुरी, प्रेम गोंडवी, याकूब अज्म समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों व जनपदीय कवि शायरो की भागीदारी होगी।
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