गोण्डा।(राजन कुशवाहा)। परसपुर ब्लॉक क्षेत्र के आटा पूरे गजराज सिंह गांव के प्राथमिक विद्यालय परिसर में जनवादी कवि रामनाथ सिंह अदम गोंडवी का 71 वां जयंती उनके पैतृक गांव में मनाया गया। रविवार की सुबह परसपुर विकास मंच एवं अदम गोंडवी सांस्कृतिक व साहित्यिक परिषद के संयुक्त तत्वावधान में जनवादी कवि अदम गोंडवी जयंती के उपलक्ष्य में उनके पैतृक गांव व जिला मुख्यालय पर विविध कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जिसमें परसपुर विकास मंच के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह, वासुदेव सिंह, अदम गोंडवी की पत्नी कमला देवी सिंह, भाई केदार सिंह, अदम के लड़के आलोक सिंह, कुंवर बहादुर सिंह सहित गांव के हवलदार सिंह, संतोष सिंह, बृजेश सिंह, अनूप सिंह, रंग बिहारी सिंह समेत काफी संख्या में लोगों ने उनकी समाधि पर नमन कर पुष्पांजलि अर्पित किये।
◆ अदम गोंडवी स्मृति में पांच दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन-
परसपुर ब्लॉक क्षेत्र के आटा पूरे गजराज सिंह गांव में क्षेत्र के युवाओं ने जनकवि अदम गोंडवी जयंती के उपलक्ष्य में पांच दिवसीय अदम गोंडवी क्रिकेट प्रतियोगिता उनके पैतृक गांव में आयोजित किया है। जिसमे भोंका बेलमत्थर कन्डरू गजराज पुरवा कुड़ियाव गुरुसरी दिकोली बकवा भैया पुरवा आटा परसपुर की क्रिकेट टीमें प्रतिभाग करेंगी। रविवार को भोंका एवं गुरुसरी के बीच क्रिकेट मैच प्रारम्भ हुआ। यह जानकारी क्रिकेट टीम के अनूप सिंह ने दी है।
◆ सामंतवादी सोच के खिलाफ अदम गोंडवी ने लड़ी लड़ाई : राम बहादुर, (पूर्व जिलाधिकारी)
गोण्डा शहर के गाँधी पार्क स्थित टाउन हॉल सभागार में रविवार को जनवादी कवि अदम गोंडवी जयंती के उपलक्ष्य में अनुभूति ट्रस्ट के तत्वावधान में विविध कार्यक्रम आयोजित किये गए। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि पूर्व डीएम राम बहादुर ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिसका संचालन सुरेश मोकलपुरी ने किया। पूर्व जिलाधिकारी राम बहादुर ने अपने सम्बोधन में कहा कि जनवादी कवि रामनाथ सिंह अदम गोंडवी ने सामंतवादी सोच के खिलाफ रचनाओं के सहारे हमेशा गरीब, शोषित, वंचितों का आवाज बुलंद किया। उन्होंने कहा की डीएम रहते हुए अदम गोंडवी के गांव में विकास के लिए कई कार्य योजना बनाई गयी। जिसमें से सिर्फ सड़क का कार्य पूरा हो सका। अन्य कार्यों को पूरा कराने के लिए डीएम व सीडीओ से अनुरोध किया जाएगा।
◆ तुम्हारे फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है ... .
साहित्यकार एसपी मिश्र ने अदम गोंडवी की यह पंक्ति पढ़कर कहा कि- तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है, मगर ये आंकड़े झूठे हैं दावा किताबी है। अदम गोंडवी की यह रचना विकास के दावों पर चोट करने वाली बातें अदम ही लिख सकते थे। डॉ स्वामी भगवदाचार्य ने अदम के साथ ही गोस्वामी तुलसीदास को याद किया। अनुभूति संस्था के अध्यक्ष अवधेश सिंह ने कहा कि अदम जी सीधा लिखते थे। गरीबी लाचारी उनकी रचनाओं का नायक होता था। वह पीड़ा से सत्ता को चुनौती देते थे।
◆ अवधेश सिंह सम्पादकीय 'सहज अनुभूति' नामक पुस्तक का विमोचन-
डा. सूर्यपाल सिंह ने कहा कि साहित्यिक रचनाएं मार्गदर्शन देने वाली होनी चाहिए, अदम गोंडवी इसके महारथी थे। प्रमोद मिश्र ने कहा कि सामाजिक जीवन जीने वालों के लिए उनकी रचनाएं पथ प्रदर्शक है। इस दौरान कार्यक्रम में कवि व शायरों ने अपनी अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में सहज अनुभूति पुस्तक का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य के लिए स्वामी भगवदाचार्य, धीरेंद्र श्रीवास्तव, मंसूर हसन, हीरा सिंह मधुर, फारुक सरल को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह, डा. आरबी सिंह बघेल, संतोष बाजपेई, सुभाष सिंह, ध्रुव कुमार तिवारी, सतीश श्रीवास्तव, इरफान मोइन, डॉ. उमा सिंह, अतुल कुमार सिंह अतुल सहित अन्य मौजूद रहे।
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