गोण्डा : पसका सूकरखेत में लगातार चार दशक से कल्पवास को आने वाले सन्त बाबा राघव दास जी पञ्च तत्व में विलीन// राजन कुशवाहा,
गोण्डा।(राजन कुशवाहा)। परसपुर क्षेत्र के सकरौर आश्रम के सन्त बाबा राघव दास तकरीबन 80 वर्ष का गुरुवार को चोला अंत हो गया। जिसकी खबर मिलते ही क्षेत्र में उनके अनुयायियों में शोक की लहर फैल गयी। बताया जा रहा है कि गोण्डा समेत आसपास के जिला बाराबंकी व फैजाबाद क्षेत्र में उनके काफी शिष्य रहे हैं। परसपुर क्षेत्र के ग्राम सकरौर शिवा पाण्डेय पुरवा के निवासी सन्त बाबा राघव दास अपने शिष्य मंडली के साथ लगातार चालीस वर्षो से सूकरखेत के सरयू संगम त्रिमुहानी तट पर एक माह तक होने वाले कल्पवास में शामिल होते रहे हैं। त्रिमुहानी संगम तट पर पूरे माह तक उनके साथ उनके शिष्य कल्पवास जप तप करते थे। गुरुवार के दोपहर को सन्त राघव दास ने अंतिम सांस ली। शुक्रवार को उनके आश्रम के मंदिर परिसर में सन्त राघव दास की समाधि अंतिम संस्कार उनके शिष्य बाबा नन्द दास ने की। इस दौरान साधु संत व ग्रामीणों समेत सैकड़ों लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
No comments:
Post a Comment