गोण्डा। परसपुर क्षेत्र के सुभागपुर के पाण्डेय बाजार मे विचार क्रांति अभियान के तहत प्रज्ञा पुराण कथा एवं पाँच कुंडीय गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति मंगलवार को भण्डारा के साथ सम्पन्न हुआ। श्री अयोध्या के कादीपुर प्रज्ञा स्वा० विद्यालय) आश्रम से पधारी टोली पंडित सुरेश चन्द्र ओझा के नेतृत्व में कथा का शुभारंभ हुआ। जिसमें पं० राजकिशोर त्रिपाठी एवं सगींत की टोली की अगुवाई भाई अनूप पाण्डेय ने युग गायन के माध्यम से टोली का मार्गदर्शन किया।
कथा के प्रथम दिवस 16 नवंबर शुक्रवार को कथा व्यास -पंडित सुरेश ओझा जी ने वर्तमान समय में "आस्था का सकंट" विषय पर प्रकाश डाला। द्वितीय दिवस 17 नवंबर शनिवार की कथा में आचार्य श्री ने मनुष्य को ही इसका प्रथम दृष्टया दोषी पाया। मनुष्य के कथनी करनी की भिन्नता से ही लोगों के विश्वास, धर्म आदि क्षेत्रों से हटता जा रहा है। तृतीय दिवस 18 नवंबर रविवार को इन सभी का केन्द्र परिवार पर उपस्थिति जन मेंदनी को सम्बोधित करते हुए कथा व्यास ने परिवार संस्था को इसका आधार माना।
उन्होंने परिवार में संस्कारों की परम्परा का बीजारोपण हो। एवं दहेज़ कुरीतियों का अंत हो विषय पर प्रकाश डाला। कथा के विश्राम दिवस 19 नवंबर सोमवार को प्रज्ञा के अवतरण भगवान महाकाल का बड़ा ही सुन्दर वर्णन किया। संगीत मर्मज्ञ भाई अनूप ने टोली के साथ "जय महाकाल" गीत से कथा में आये हुए विशाल जन समूह का मन मुग्ध कर दिया। दीप यज्ञ पर आचार्य श्री पंडित राजकिशोर त्रिपाठी ने उज्ज्वल भविष्य की रचना के लिए विशेष रुप से नवयुवकों का आवाहन किया।
20 नवंबर मगंलवार की भैया "मानस पान्डेय" के जन्मदिवस पर आयोजित भण्डारे में आयोजक- पंडित बद्री विशाल पान्डेय ने समस्त क्षेत्र वासियों को भाव पूर्ण आमन्त्रित कर प्रसाद ग्रहण करवाया। जिसमे अरविन्द पान्डेय एडवोकेट, पप्पू भईया, आदित्य पान्डेय दद्दन भईया एवं अमित पान्डेय शुभम भइया आदि शामिल रहे हैं।
No comments:
Post a Comment